उत्तर प्रदेश के आगरा में अछनेरा के गांव अभैदोपुरा में शुक्रवार की सुबह सौतेले पिता ने तख्त पर पटककर आठ माह की मासूम बेटी की हत्या कर दी। बच्ची की मां घर पर नहीं थी। वापस लौटी तो बेटी को खून से लथपथ देखकर चीखना शुरू कर दिया। वह बच्ची को अस्पताल लेकर भागी मगर तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस के आने से पहले पति ने शव भी दफना दिया। पुलिस ने उसे कब्र से बाहर निकलवाया।
घटना सुबह करीब पांच बजे की है। इंस्पेक्टर अछनेरा संजीव तोमर बताया कि पांच माह पूर्व मनोज ने बिहार निवासी माया से शादी की थी। माया की यह दूसरी शादी थी। पहले पति से उसे एक बेटी थी। वह उसे साथ लेकर आई थी। बच्ची मनोज की आंखों में खटकती थी। वह बात-बात पर माया से यही कहता था कि इस बच्ची को नहीं अपना पा रहा है। माया किसी भी सूरत में बच्ची को किसी को देने को तैयार नहीं थी। उसने साफ बोल दिया था कि छोड़ना है तो उसे छोड़ दे। वह बेटी के साथ ही रहेगी। सुबह माया खेत पर गई थी। पीछे से मनोज ने बेटी को तख्त पर पटककर मार डाला। माया वापस लौटी तो बेटी को खून से लथपथ देख घबरा गई। उसे अस्पताल भी लेकर गई मगर कोई नतीजा नहीं निकला। मनोज की शादी गांव के ही कुछ लोगों ने कराई थी। उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस गांव में पहुंची तब तक मनोज घरवालों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर शव दफना चुका था। पुलिस ने शव को कब्र से बाहर निकलवाया। उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। माया की तहरीर पर मनोज उसके पिता टीकम सिंह, रिश्तेदार भोलू, सास सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। पुलिस ने मनोज, टीकम सिंह, भोलू को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। अन्य तीन आरोपियों पर साक्ष्य नष्ट करने का आरोप है। शव को दफनाने में उन्होंने मदद की थी।