मुंबई, मलाड पश्चिम के 42-ग राशनिंग ऑफिस में भ्रष्टाचार का बोलबाला पिछले कई सालों से बना हुआ है। अधिकारी राहुल सालुंखे और क्षेत्र अधिकारी विनोद गुरसाले के भ्रष्टाचार की वजह से हजारों आवेदन सालों से पेंडिंग पड़े हैं, जिन्हें सिर्फ रिश्वत लेकर ही आगे बढ़ाया जाता है। राहुल सालुंखे के ट्रांसफर के बाद भी किसी ने उनकी जगह नहीं ली है, और अब उनकी अधूरी फाइलें जनता के गले की फांस बन चुकी हैं। जनता को बार-बार ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं, मगर बिना पैसे के कोई काम नहीं होता। आखिरकार जनता का धैर्य जवाब दे गया और आज, इस भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन राशनिंग ऑफिस के अंदर हुआ।
सुमन नामक एक महिला जिनका आवेदन पिछले डेढ़ साल से पेंडिंग पड़ा है, ने बताया कि वह अपने 2 महीने के बच्चे के साथ हर दिन ऑफिस आती थी, और अब उसका बच्चा 1.5 साल का हो गया है, लेकिन उसके काम आजतक नहीं हुआ। राशनिंग ऑफिस में तैनात राशनिंग इंस्पेक्टर- वर्षा मैडम को रिश्वत के रूप में 7000 रुपये देने के बाद भी उसका काम अटका हुआ है। अब सवाल यह उठता है कि क्या वर्षा मैडम को उनकी तनख्वाह से संतुष्टि नहीं है? क्या उन्हें सिर्फ रिश्वत की ही दरकार है?या अब उन्होंने भ्रष्टाचार का नया बीड़ा उठा लिया है ?
भ्रष्टाचार की गहराई यहीं तक सीमित नहीं है। सुदाम नाम का एक दलाल, जो सरकारी अधिकारी नहीं है और जिसकी कोई दुकान भी नहीं है, लगातार इस ऑफिस में घुसपैठ करता है। वह जनता से पैसे लेकर अधिकारियों तक पहुंचाता है, जैसे यह उसका रोज़ का काम हो। सवाल उठता है कि आखिर एक गैर-सर्कारी व्यक्ति को इस ऑफिस में घुसने और दलाली करने की इजाज़त किसने दी है? कौन उसके इस अवैध काम में उसका समर्थन कर रहा है?
जनता ने खुलकर यह सवाल उठाया कि ₹59,000 सालाना आय वाले पुराने सरकारी आदेश (GR) की वजह से जिनका राशन बंद किया गया है, उनका राशन फिर से चालू क्यों नहीं किया जा रहा? इस GR को बदलना बेहद जरूरी है ताकि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को उनका हक मिल सके।
भ्रष्टाचार के इस किले को ध्वस्त करने का बीड़ा उठाया है पूर्व नगरसेवक और भाजपा के महाराष्ट्र प्रवक्ता विनोद शेलार ने। विनोद शेलार वही नेता हैं जिन्होंने अपने नगरसेवक कार्यकाल के दौरान सबसे पहले अपनी क्षेत्रीय समस्याओं, खासकर साफ-सफाई और विकास की मुहिम शुरू की थी। अब उन्होंने मलाड पश्चिम के राशनिंग ऑफिस से भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का प्रण लिया है। शेलार का कहना है कि वे इस मुहिम को तब तक जारी रखेंगे, जब तक कि इस ऑफिस में पारदर्शिता और जनता के अधिकारों की बहाली नहीं हो जाती। वहीं, उन्होंने रिक्त पदों की भर्ती का मामले पर भी जोर दिया।
राशनिंग ऑफिस के आर.ओ. आतिश टाँक ने स्थिति को शांति और संयम के साथ संभाला और जनता को आश्वस्त किया कि मेट्रो दिनांक टीवी न्यूज़ द्वारा उठाए गए दो विधवा महिलाओं—उषा पांडे और सुमन तिवारी—के मामलों को कल तक तुरंत निपटा दिया जाएगा ताकि उन्हें आगे किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि 5 अक्टूबर 2024 तक सभी लंबित मामलों का समाधान कर दिया जाएगा और दलालों को पूरी तरह से ऑफिस से बाहर रखा जाएगा।
मेट्रो दिनांक टीवी न्यूज़, जिसने राहुल सालुंखे के भ्रष्टाचार को उजागर किया था, इस लड़ाई में आगे भी जनता के साथ खड़ा रहेगा। अगर आपको भी राशनिंग ऑफिस में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार नजर आता है, तो तुरंत मेट्रो दिनांक टीवी न्यूज़ से संपर्क करें। हम आपकी आवाज़ बनेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ इस जंग को जारी रखेंगे।