मुंबई आईआईटी करेगी ठाणे के ट्रैफिक प्लान की फिर से समीक्षा
ठाणे : ठाणे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए छह साल पहले तैयार किए गए ट्रैफिक प्लान और मौजूदा बदलती ट्रैफिक स्थिति में बड़ा अंतर होने के कारण, ठाणे मनपा ने इस योजना की फिर से समीक्षा करने का फैसला किया है। मनपा आयुक्त सौरभ राव ने यह निर्णय लिया है। मुंबई आईआईटी के विशेषज्ञ बदलते ट्रैफिक पैटर्न, स्कूल बसों और अन्य सार्वजनिक परिवहन की बढ़ती संख्या, कचरा और निमर्माण सामग्री के परिवहन से होने वाले ट्रैफिक दबाव का गहन अध्ययन करेंगे। इस योजना में साइकिल ट्रैक, पैदल यात्रियों के लिए सुविधाएं और खाड़ी के जरिए जल परिवहन शुरू करने की संभावनाओं का भी विश्लेषण किया जाएगा। इसके अलावा, मेट्रो और रेलवे के कनेक्शन के लिए ट्रैफिक सिस्टम की योजना, पार्किंग की व्यवस्था और तीन हाथ नाका क्षेत्र में ट्रैफिक जाम के समाधान पर भी सुझाव दिए जाएंगे।
बता दें कि ठाणे शहर में बीते कुछ वर्षों में तेजी से शहरीकरण हुआ है। इसके साथ ही शहर में वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। उरण स्थित जेएनपीटी पोर्ट से गुजरात और नाशिक की ओर जाने वाले भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या और बढ़ जाती है। मेट्रो और सड़क चौड़ीकरण जैसी परियोजनाओं ने भी इस समस्या को बढ़ाया है। वर्ष 2018 में तैयार किया गया ट्रैफिक प्लान अब मौजूदा स्थिति के अनुरूप नहीं है, इसलिए इसकी समीक्षा जरूरी हो गई है। इस समीक्षा में आईआईटी मुंबई के ‘जीआईएस हब’ के विशेषज्ञ आधुनिक मॉडलों की मदद से इस योजना को अपडेट करेंगे। ट्रैफिक पुलिस, मेट्रो, एमएमआरडीए, रेलवे और पर्यावरण विशेषज्ञों की भागीदारी के साथ एक अध्ययन दल का गठन किया जाएगा। इसके अलावा, नागरिकों की प्रतिक्रिया जानने के बाद ही अंतिम योजना तैयार की जाएगी।
क्या कहते हैं मनपा आयुक्त ?
आयुक्त सौरभ राव ने कहा कि इस प्रक्रिया में अगले एक साल का समय लग सकता है उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में बनाई गई योजना को 2030 तक की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अपडेट करने की आवश्यकता है। इससे ठाणे की बदलती ट्रैफिक स्थिति का समाधान निकालने में मदद मिलेगी।