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अब तक 27 की मौत, दो लाख से ज्यादा विस्थापित

मुंबई : महाराष्ट्र को भारी बारिश से अभी भी राहत नहीं है। मुंबई और आस-पास के इलाकों में आज भी भारी बारिश के आसार हैं। महाराष्ट्र में बाढ़ से सबसे ज्यादा कोल्हापुर, सांगली, सोलापुर, सतारा और पुणे प्रभावित हैं। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि कोल्हापुर और सांगली में मौसम के प्रतिकूल होने की वजह से एयरलिफ्ट असफल होने के बाद नौसेना के 2 बचाव दल बीती रात सड़क मार्ग से रवाना हुए। सांगली में मदद की तत्काल जरूरत की वजह से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर टीम को रवाना किया।
दक्षिणी महाराष्ट्र के पांच जिलों में भारी बारिश से हर जगह बाढ़ का नजारा है। बारिश और बाढ़ में फंसे दो लाख से ज्यादा लोगों को अब तक रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा चुका है। बता दें कि महाराष्ट्र में बारिश की वजह से पिछले कुछ दिनों से 27 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें सांगली भी शामिल है जहां एक नाव पलटने से 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 3 लापता हैं।
महाराष्ट्र पुलिस के स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल (लॉ ऐंड ऑर्डर) मिलिंद भरांबे ने बताया है कि यह नाव बाढ़ग्रस्त इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जा रही थी। पुलिस ने बताया कि अब तक 9 शवों को बरामद किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि नाव में 17 लोगों के बैठने की क्षमता थी लेकिन उसमें 30 ग्रामीण सवार थे वह भी बिन लाइफ जैकेट के। मरने वालों में एक महिला, उसका दो महीने का बच्चा और चार व पांच साल के दो बच्चे भी शामिल हैं।
पुणे के डिविजनल कमिश्नर दीपक म्हाइसेकर ने बताया, ‘बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित सांगली, कोल्हापुर, सोलापुर, पुणे और सतारा में फंसे अब तक 2,05,591 लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा चुका है। सांगली और कोल्हापुर का हाल बेहाल है। कोल्हापुर में 97,102 लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है जबकि सांगली में 80,319, पुणे में 13,336, सोलापुर से 7,749 और सतारा से 7,085 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।’ पुणे डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि नाव पलटने के हादसे के बाद से सांगली में बारिश के चलते 11 लोगों की मौत, जबकि कोल्हापुर में 2, सतारा में 7, पुणे में 6 और सोलापुर में 1 की मौत हुई है।
बाढ़ से प्रभावित कोल्हापुर में 22 रेस्क्यू टीमें तैनात हैं जिसमें एनडीआरएफ की 5 और भारतीय नौसेना की 14 टीमें शामिल हैं। इसके अलावा कोस्टगार्ड, आर्मी और एसडीआरएफ की एक-एक टीम कोल्हापुर में लगाई गई है। सांगली में 11 टीमें तैनात हैं जिसमें 6 एनडीआरएफ, दो कोस्टगार्ड और एक आर्मी की टीम शामिल है।
चेरापूंजी को पछाड़ते हुए 500 मिमी से अधिक बारिश के साथ महाराष्ट्र के ताम्हिणी घाट और महाबलेश्वर को भारत से सबसे अधिक वर्षा वाले स्थान का तमगा मिल गया है। महाबलेश्वर में 1 जून से अब तक 5,486 मिमी बारिश हो चुकी है जबकि पुणे में 5,959 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, इतने ही समय अंतराल में चेरापूंजी में 5,346 मिमी बारिश हुई।

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