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फडणवीस उद्धव को फोन कर दे सकते हैं उप मुख्‍यमंत्री पद का ऑफर

मुंबई : बीजेपी और शिवसेना के बीच तनाव कम होने के संकेत दिख रहे हैं। महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद शिवसेना को उप मुख्‍यमंत्री पद के साथ 13 मंत्री पद देने का फैसला किया है। फडणवीस ने कहा कि बीजेपी जल्‍द से जल्‍द शिवसेना नेतृत्‍व से सरकार बनाने पर बात करेगी। दूसरी तरफ शिवसेना के सांसद संजय राउत ने अपने रुख में नरमी लाते हुए कहा है कि अच्‍छा होगा अगर बीजेपी और शिवसेना महाराष्‍ट्र में अगली सरकार बनाते हैं। फडणवीस ने हमारे सहयोगी टाइम्‍स ऑफ इंडिया को बताया उनकी अगुआई में नई सरकार एक-दो दिन में बन जाएगी। फडणवीस ने कहा, ‘बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के पास स्‍पष्‍ट बहुमत है। इसके अलावा निर्दलीयों का समर्थन भी है, गठबंधन ने 288 में से 161 सीटें जीतकर जनादेश हासिल किया है। हम इस जनादेश का सम्‍मान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें नहीं लगता कि एक स्थिर सरकार बनाने में कोई बाधा है। मुझे भरोसा है कि अहम मुद्दों पर जल्‍द ही स्थिति साफ हो जाएगी और सरकार बनाने में देरी नहीं होगी।’
बीजेपी के एक कैबिनेट मंत्री का कहना था कि फडणवीस खुद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बातचीत की शुरुआत करेंगे। शिवसेना भी गुरुवार को विधायक दल का नेता चुनने वाली है।
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी जल्‍द ही शिवसेना के पास यह प्रस्‍ताव भेजने वाली है जिसके तहत वह 26 मंत्री पद अपने पास रखेगी और 13 शिवसेना को देगी। बीजेपी राजस्‍व, वित्‍त, गृह और नगर विकास जैसे अहम मंत्रालय अपने पास ही रखने वाली है। शिवसेना को दिए गए 13 मंत्री पदों में से कितने कैबिनेट स्‍तर के होंगे यह बातचीत के बाद तय होगा, मुमकिन है कि इनकी संख्‍या 13 से बढ़कर 18 हो जाए।
एक बीजेपी नेता का कहना था, ‘पिछली बार शिवसेना को 5 कैबिनेट मंत्री और 7 राज्‍य मंत्री पद दिए गए थे। इस बार मंत्री पदों की संख्‍या बढ़ सकती है।’ वहीं संजय राउत ने अपने बयानों में तल्खी कम कर‍ते हुए कहा, ‘मुझे विश्‍वास है कि बीजेपी और शिवसेना के बीच जो भी तय हुआ है उसी फॉर्म्‍युले का पालन किया जाएगा। जैसा मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना-बीजेपी गठबंधन ही सरकार बनाएगा। हम भी यही चाहते हैं लेकिन उसी फॉर्म्‍युले के आधार पर जो हमारे बीच तय हुआ है।’ हालांकि राउत ने इन अटकलों का खंडन किया कि कुछ शिवसेना विधायक सरकार बनाने में मदद करने के लिए बीजेपी के संपर्क में थे।

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