मुंबई
देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में से एक मुंबई के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की एक छात्रा ने फेसबुक पर ऐसा पोस्ट किया है जिसके बाद से संस्थान में लिंगभेद होने पर बहस तेज हो गई है। संस्थान में एमफिल की छात्रा मैत्रेयी शुक्ला ने वहां महिला छात्रों की स्थिति को लेकर कई सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि वहां हर समय लिंगभेद और मॉरल पलीसिंग का सामना करना पड़ता है।उन्होंने संस्थान में छात्रों की तुलना में छात्राओं की कम संख्या पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि संस्थान में उनके शुरुआती दिनों में ही जब सालाना डांस फेस्टिवल के पोस्टर देखे तो उनमें बॉलिवुड फिल्मों के ऐसे संवादों का इस्तेमाल किया गया था जिनसे लड़कियों का पीछा करते रहने को बढ़ावा मिल रहा था। उन्होंने संस्थान के बेहद चर्चित फेस्टिवल मूड इंडिगो पर निशाना साधते हुए कहा कि उस दौरान बड़ी संख्या में छात्राएं बाहर से आती हैं जिन्हें ‘हरियाली’ कहा जाता है। उन्होंने बताया है कि रेप को मजाक में उड़ा दिया जाता है और किसी टिप्पणी को तारीफ मानने की सलाह दी जाती है। साथ ही, जिस तरह से पुरुष महिलाओं को देखते हैं, उस पर भी उन्होंने सवाल उठाया है।उन्होंने संस्थान के महिला सेल पर भी किसी घटना की शिकायत करने पर कोई कदम न उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि आपत्तिजनक टिप्पणियों, पीछा करने या गलत हरकतें करने की शिकायतों को कोई मुद्दा माना ही नहीं जाता। उन्होंने बताया कि कैसे एक फैकल्टी सदस्य के खिलाफ शिकायत यह कहकर दर्ज नहीं की गई कि घटना को 6 महीने हो गए हैं।
संस्थान के निदेशक देवांग खाखड़ से बात करनी की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने किसी फोन का जवाब नहीं दिया। स्टूडेंट अफेयर्स के डीन सौम्या मुखर्जी ने इस तरीके के किसी मामले की जानकारी से इनकार कर दिया।