इस्लामाबाद
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने दावा किया है कि उनके देश में आतंकवादियों का सुरक्षित पनाहगाह नहीं है और अफगानिस्तान में नाकामी के लिए अमेरिका को इस्लामाबाद पर दोष मढ़ना बंद कर देना चाहिए। जनरल बाजवा ने अमेरिकी नेतृत्व को कहा कि उन्हें पाकिस्तान को दोषी बताने की जगह युद्धग्रस्त देश में अपनी नाकामियों के कारणों की पड़ताल करनी चाहिए। ‘डॉन’ अखबार के मुताबिक, तीन दिवसीय म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कल सेना प्रमुख ने अपने देश की सरजमीं पर आतंकी पनाहगाहों की मौजूदगी से साफ इनकार किया और सीमा पार से अनाधिकृत गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया।
इस सम्मेलन में सेना प्रमुखों और नेताओं ने दुनिया में मौजूद सुरक्षा खतरों पर चर्चा की। जनरल बाजवा ने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन पर आतंकी ठिकानों से पाकिस्तान पर हमला हो रहा है। उन्होंने पाकिस्तान में रह रहे 27 लाख अफगान शरणार्थियों की वापसी की जरूरत को भी रेखांकित किया। बाजवा ने कहा कि उनके देश में पनप रहे आतंकवादियों से निपटने के लिए सरकार और सेना तरह-तरह के ऑपरेशन चला रहे है। उनके मुताबिक, सेना आतंकवादियों को वित्तीय सहायता देने वाले सोर्सेज को भी निशाने पर ले रही है।
बता दें कि आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका और पाकिस्तान के बीच नाराजगी चल रही है। यह सब तब शुरू हुआ जब अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली दो बिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता रोक दी थी। अमेरिका ने कहा था कि पाकिस्तान अपने यहां पनप रहे आतंकवाद को खत्म करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहा है। वहीं, पाकिस्तान सफाई देता रहा है कि वह आतंकवाद को समर्थन नहीं देता।