तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले के चश्मदीद गवाह कुलदीप के अपहरण की साजिश ने मामले को एक बार फिर गर्मा दिया है। इस मामले में कुलदीप ने लखीमपुर की संसारपुर पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज करायी है। कुलदीप का कहना है कि कुछ लोग उसे लखनऊ से अगवा कर नेपाल ले जाने की फिराक में थे। भारत-नेपाल सीमा पर मौका पाकर वह उनके चंगुल से निकल भागा।
गौरतलब है कि तन्वी और उनके पति अनस बुधवार को लखनऊ के रतन स्क्वॉयर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में पासपोर्ट बनवाने गए थे। इस दौरान पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्र और तन्वी के बीच दस्तावेजों को लेकर विवाद हुआ था।
तन्वी सेठ का आरोप था कि मुस्लिम से शादी करने को लेकर विकास मिश्रा ने उन पर व्यक्तिगत कमेंट किए थे। इसकी शिकायत उन्होंने ट्वीटर के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से की थी।
उन्होंने लिखा था कि पासपोर्ट अधिकारी द्वारा उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद गुरुवार को क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने घंटे भर में तन्वी का पासपोर्ट बनवाकर दे दिया था। इसके साथ ही विकास मिश्रा का ट्रांसफर गोरखपुर कर दिया गया था।
इस पूरे घटनाक्रम पर सफाई देते हुए विकास मिश्रा तन्वी सेठ के आरोपों को निराधार बताया था। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ नियमों का पालन कर रहे थे। तन्वी सेठ के निकाहनामें में उनका नाम सादिया अनस लिखा हुआ है, जबकि अन्य दस्तावेज में तन्वी सेठ। जब तन्वी सेठ से उन्होंने दूसरे नाम का उल्लेख आवेदन पत्र में करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया।
जबकि वह पासपोर्ट में अपने पति का नाम निकाहनामें को आधार बनाकर जुड़वाना चाहती थीं। विकास मिश्रा का पक्ष सामने आने के बाद मौके पर मौजूद कई लोग उनके पक्ष में आए थे। कुलदीप भी उनमें से एक है।