मुंबई: दाभोलकर- पानसारे हत्याकांड मामले की सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने SIT की रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दिया है. हाईकोर्ट ने इस रिपोर्ट को लौटाते हुए कहा कि इस रिपोर्ट में कुछ भी नया नहीं है. गौरतलब है कि सीबीआई ने कोर्ट के सामने बंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान जांच रिपोर्ट तलब की थी. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि वर्तमान में राज्य में हालात बहुत चिंताजनक है, बसें जलाई जा रही हैं. पुलिस पर पत्थर फेंके जा रहे हैं. आरक्षण को लेकर हुई हिंसा पर भी कोर्ट ने नाराजगी जताई.कोर्ट ने कहा कि इस तरह की घटनाओं का समाज पर गंभीर परिणाम होता है इसलिए हमें भी चिन्ता है कोर्ट ने ये भी कहा सरकार बदलती रहती है लेकिन देश का क्या ? ऐसे ही हालात बने रहेंगे तो हर नागरिक को सुरक्षा देनी होगी. कोर्ट ने इसमें आरक्षण शब्द का इस्तेमाल नही किया है. कोर्ट ने आंदोलन शब्द का इस्तेमाल किया है. जिसे मराठा आरक्षण आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है. इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपनी प्रतिबद्धता और किये गए प्रयासों की जानकारी दी है.बैठक में आये मान्यवरों के कुछ सवाल और सुझाव थे उसे हमने सुना और अमल पर लाया जाएगा. एक साझा बयान भी जारी किया जा रहा है. इस बैठक में मराठा समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ अभिनेता सयाजी शिंदे भी शामिल थे. उनके साथ एक बहुत ही छोटा टिकटैक कर पाया हूँ. वो कह रहे हैं कि समाधान निकलेगा. हिंसा ना करें. सरकार अपनी है उस पर भरोसा करें.