मुंबई
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर जारी आंदोलन के बीच अब राज्य के मुसलमानों ने भी आरक्षण देने की अपनी मांग को तेज कर दिया है। मुसलमानों ने मराठा क्रांति मोर्चा की तर्ज पर मुस्लिम क्रांति मोर्चा का गठन किया है और मांग की है कि राज्य सरकार उन्हें नौकरियों और शिक्षा में 5 फीसदी आरक्षण दे। समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी के नेतृत्व में मुस्लिम नेताओं के एक समूह ने मुस्लिम क्रांति मोर्चा का गठन किया। इस मोर्चा के जरिए वे अब आरक्षण के लिए महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बनाएंगे। आजमी ने कहा, ‘यह एक व्यापक आंदोलन है जिसे सभी पार्टियों का समर्थन होगा। हमने इसे शुरू किया है क्योंकि हमें लगता है कि मराठा क्रांति मोर्चा मराठों के लिए आरक्षण हासिल करने में लगभग सफल हो गया है। हम भी मुसलमानों के आरक्षण के लिए लड़ाई लड़ेंगे।’
उन्होंने कहा कि बांबे हाई कोर्ट के शिक्षा में 5 फीसदी आरक्षण देने की अनुमति के बाद भी राज्य सरकार मुस्लिम आरक्षण पर चुप है जबकि मराठों को 16 फीसदी आरक्षण देने के लिए कदम उठा रही है। वरिष्ठ ऊदू पत्रकार सरफराज आरजू ने कहा कि मुस्लिम समुदाय में यह विचार घर कर गया है कि आरक्षण हासिल करने की दौड़ में वे पीछे छूट गए हैं। इसलिए एक संगठित आंदोलन की जरूरत थी।
बता दें कि कांग्रेस मराठा- धनगर के साथ मुस्लिमों को भी आरक्षण देने की मांग कह रही है। पिछले दिनों कांग्रेस विधायक अमीन पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि मराठा और धनगर समाज के साथ हम मुस्लिमों के लिए भी आरक्षण की मांग करते हैं। मुस्लिम सामाजिक और आर्थिक दोनों ही रूप से पिछड़े हैं और एसबीसीए (स्पेशल बैकवर्ड कैटिगरी-ए, मुस्लिम आरक्षण) के तहत आते हैं।