भाईंदर : ग्राम पंचायत से नगर पालिका होते हुए २००२ में महानगरपालिका तक पहुंचे मीरा- भाइंदर में महापौर के रहने के लिए कनकिया परिसर के वेवर्ली पार्क स्थित त्रिवेणी नामक बंगले का निर्माण किया गया है। मनपा ने वर्ष २००७ में इसे बनाया था लेकिन जब से यह बंगला बना तब से मात्र एक महापौर निर्मला सांवले ने ही कुछ समय इस बंगले में बिताया है बाकी पिछले दस वर्षों से यह बंगला कबूतरखाने में तब्दील हो गया है। हर वर्ष इस बंगले के रख-रखाव के नाम पर लाखों रुपए का झोल मनपा अधिकारी करते आ रहे हैं।
गौरतलब है कि १० लाख से ज्यादा की आबादीवाले शहर मीरा-भाइंदर को महानगर पालिका बनने के बाद अब तक ७ महापौर मिल चुके हैं। महापौर के रहने के लिए मनपा ने कनकिया परिसर में `त्रिवेणी’ नामक महापौर निवास बनाया है। लाखों रुपए खर्च करके शहर के प्रथम नागरिक के लिए बनाए गए इस बंगले में आज तक मात्र एक महापौर ने कुछ महीने तक यहां निवास किया है। महापौर भले ही यहां रहने नहीं आए लेकिन कबूतरों ने अपना अच्छा-खासा बसेरा यहां जरूर बना लिया है। इस मामले में लोगों का कहना है कि भले ही त्रिवेणी बंगले पर कोई महापौर रहने नहीं आता हो और बंगला अपने खस्ताहाल पर रो रहा हो फिर भी मनपा के अधिकारी इस बंगले के रख-रखाव के नाम पर हर वर्ष लाखों रुपए का झोल जरूर कर लेते हैं। इस मामले में जब मनपा निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता दीपक खांबित को फोन किया गया तो जानकारी देने पर टाल-मटोल करते हुए उन्होंने कहा कि बाद में फोन करो।