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देश

बीएमसी ने गिराईं सीढ़ियां, रेस्ट्रॉन्ट ने निकाला अनोखा तरीका

बीएमसी ने गिराईं सीढ़ियां, रेस्ट्रॉन्ट ने निकाला अनोखा तरीका

मुंबई, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के उपनगर खार स्थित एक रेस्ट्रॉन्ट ने बीएमसी द्वारा सीढ़ियां गिराए जाने के बाद अपने ग्राहकों को पहली मंजिल तक पहुंचाने के लिए एक अनोखा तरीका इस्तेमाल किया है। खार पश्चिम में स्थित कैलाश परबत नाम के रेस्ट्रॉन्ट ने ग्राहकों को पहली मंजिल तक पहुंचाने के लिए एक वैन से जुड़ी हुई एक अस्थाई सीढ़ी का इस्तेमाल किया है। जानकारी के अनुसार, बीएमसी ने पिछले साल रेस्ट्रॉन्ट की मुख्य सीढ़ी को अवैध निर्माण बताकर ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद रेस्ट्रॉन्ट ने एक वैन से जुड़ी हुई अस्थाई सीढ़ी लगाई, लेकिन जानकार इसे फायर सेफ्टी के नियमों का उल्लंघन बता रहे हैं। पिछले साल लिंकिंग रोड पर स्थित एक आवासीय भवन लोटिया पैलेस के ग्राउंड फ्लोर पर अनाधिकृत निर्माण करने के लिए बीएमसी ने रेस्ट्रॉन्ट को नोटिस जारी किया था। इसके बाद 4 अप्रैल, 2018 को बीएमसी ने मुंबई नगर निगम (एमएमसी) अधिनियम
वो मेरा बेटा भी है और भाई भी, कोर्ट में चिल्लाई लड़की- आई लव यू पापा

वो मेरा बेटा भी है और भाई भी, कोर्ट में चिल्लाई लड़की- आई लव यू पापा

शेनॉन क्लिफ्टन अब 18 साल की हो चुकी हैं और पहली बार अपने नाम और पहचान के साथ बाहर आई हैं. ये वही लड़की है, जिसके मुकदमे ने पांच साल पहले पूरे यूके को हिलाकर रख दिया था. शेनॉन का पिता एक पीडोफाइल यानी बाल यौन अपराधी था और सात की उम्र से शेनॉन अपने पिता की यौन हिंसा का शिकार हो रही थी. पिता रोज अपनी बेटी का बलात्‍कार करता और उसे ये बात किसी को न बताने की धमकी देता. वो अपनी बेटी की पिटाई करता और उसे डरा-धमकाकर रखता था. 11 साल की उम्र में शेनॉन पहली बार प्रेग्‍नेंट हुई. डॉक्‍टर के पास जाने का मतलब था कि उसके बाप की काली करतूतों का पर्दाफाश हो जाता. इसलिए अपनी बेटी को डॉक्‍टर के पास ले जाने के बजाय पिता ने दूसरा ही क्रूर रास्‍ता चुना. उसने अपनी बेटी को इतना मारा और इतनी प्रताड़ना दी कि जन्‍म से पहले ही बच्‍चे का मिसकैरिज हो गया. 13 साल की उम्र में शेनॉन एक बार फिर प्रेग्‍नेंट थी. इस बार भी डॉक
यूपी में योगीराज के दौरान हुए एनकाउंटर क्या फर्जी हैं ?

यूपी में योगीराज के दौरान हुए एनकाउंटर क्या फर्जी हैं ?

योगी सरकार 23 महीने. 13 सौ एनकाउंटर. 60 मौत. 350 घायल और 3 हज़ार से ज़्यादा गिरफ्तार. या यूं कहें कि सरेंडर. ये यूपी में योगीराज के दौरान हुए एनकाउंटर का वो मीटर है, जो ये बता रहा है कि राज्य की पुलिस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एनकाउंटर के हुक्म को कितनी संदजीदगी से लिया है. यूपी पुलिस का ऑपरेशन ''ठोक दो'' इतना चर्चा में है कि अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने भी इस पर सवाल उठा दिए है. इतना ही नहीं अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी इस ठांय-ठांय पर अपनी नज़रें टेढ़ी करते हुए यूपी सरकार को नोटिस जारी कर योगी सरकार से जवाब मांग लिया है. लिहाज़ा अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यूपी में हुए एनकाउंटर फ़र्ज़ी थे? तो क्या योगीराज में हुए एनकाउंटर फर्ज़ी थे? तो क्या अपराधियों को जानबूझकर बनाया गया निशाना? मारे गए अपराधियों को क्यों नहीं किया गया गिरफ्तार? ये सवाल अब सूबे की सरहद को पार कर अदालत की दहलीज़
बच्चा रोया तो मां के प्रेमी ने पीट-पीटकर कर मार डाला

बच्चा रोया तो मां के प्रेमी ने पीट-पीटकर कर मार डाला

दिल्ली: दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में एक 5 साल का बच्चा रोया तो उसके मां के प्रेमी ने उसे पीट-पीटकर कर मार डाला. यह घटना उस वक्त हुई जब बच्चे की मां घर पर नहीं थी. इस पूरे घटनाक्रम को दबाने के लिए प्रेमी बच्चे को अस्पताल लेकर गया और कहा कि बच्चे कि हालत लड्डू खाने के वजह से बिगड़ गई है. लेकिन इस हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आई. पुलिस के अनुसार, बच्चे के पिता 35 साल के सूर्य प्रताप सिंह इलाहबाद के रहने वाले हैं. उनकी 2012 में शादी रानी सिंह से हुई थी. इसके बाद 2013 को उन्हें बेटा युवान सिंह हुआ. रानी एक स्कूल में पढ़ाती थी, यहां पर काम करने वाले नरेंद्र से उसकी नजदीकियां बढ़ गईं. इन कारण पति-पत्नी के रिश्ते में दरार आ गई. दोनों के बीच झगड़े होने लगे. फिर रानी अपने बेटे युवान को लेकर प्रेमी नरेंद्र के साथ रहने लगी. इस बीच रानी नौकरी की तलाश में इंटरव्यू देने बाहर जाने लग
ब्लू फिल्म देख, 3 साल की बच्ची से किया गैंगरेप

ब्लू फिल्म देख, 3 साल की बच्ची से किया गैंगरेप

गुजरात: गुजरात के माता फलिया गांव में 10 जनवरी को एक तीन साल की बच्ची से गैंगरेप की घटना सामने आई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. पता लगा कि 10 से 14 साल के बच्चों ने पोर्न फिल्म देखी और बच्ची को चॉकलेट खिलाने का लालच देकर गैंगरेप किया. बच्ची के प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आई हैं. उसका इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी बच्चे पोर्न फिल्म देखने के आदि हो चुके थे. इनमें से एक 14 वर्षीय बच्चे के पास उसके मामा का मोबाइल फोन रहता था. इस पर वो चारों पोर्न देखते थे. आरोपियों में 13 और 10 साल के दो भाई भी शामिल हैं. चॉकलेट खिलाने का लालच दिया... बताया जा रहा है कि बच्चों ने वारदात से पहले पोर्न वीडियो देखा था. फिर उन्होंने बच्ची को हवस का शिकार बनाया. वो पहले चॉकलेट खिलाने का लालच देकर उन्हें झाड़ियों में ले गए, यहां चारों ने बारी-बारी से दरिंदगी की. खून
स‍िर्फ इसल‍िए हत्या कर दी क्योंक‍ि पत्नी ने सब्जी वाले से हंसकर बात कर ली थी

स‍िर्फ इसल‍िए हत्या कर दी क्योंक‍ि पत्नी ने सब्जी वाले से हंसकर बात कर ली थी

राजस्थान: राजस्थान के राजसमंद ज‍िले में हत्या का एक अजीब मामला सामने आया है. यहां रहने वाले एक पत‍ि ने एक सब्जी वाले की स‍िर्फ इसल‍िए हत्या कर दी क्योंक‍ि पत्नी ने सब्जी वाले से हंसकर बात कर ली थी. राजस्थान के एक गांव में 27 साल के नैना स‍िंह ने 48 साल के सब्जी बेचने वाले लक्ष्मण स‍िंह की स‍िर्फ इसल‍िए हत्या कर दी क्योंक‍ि पत्नी ने उससे हंस कर बात कर ली थी. पुल‍िस ने हत्या के आरोप में आरोपी को ग‍िरफ्तार कर ल‍िया है. साक्ष्य जुटाने के लिए शाम को पुलिस ने डॉग स्क्वायड तथा एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया. पुल‍िस के अनुसार, आरोपी नैना स‍िंह को ग‍िरफ्तार कर ल‍िया गया है. नैना स‍िंह ने रव‍िवार देर शाम को कालादेह में रहने वाले लक्ष्मण सिंह की हत्या कर दी. लक्ष्मण स‍िंह सब्जी बेचता था. लक्ष्मण ने घटना वाली शाम आरोपी के घर के बाहर आते ही सब्जी के ल‍िए आवाज लगाई थी. तभी आरोपी बाहर न‍िकला और गर्दन पर
पिछड़ी जातियों के लिए सरकार ने खोली तिजोरी

पिछड़ी जातियों के लिए सरकार ने खोली तिजोरी

मुंबई, महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के निर्णयों ने संकेत दे दिए हैं कि विधानसभा के चुनाव समय से पहले हो सकते हैं। इसे देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार के तर्ज पर राज्य सरकार ने पिछड़ी जातियों के लिए लॉलीपॉप योजनाओं को हरी झंडी दिखाई है। मंत्रिमंडल में राज्य के विमुक्त जाति घुमंतू जनजाति (वीजेएनटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और विशेष पिछड़ा वर्ग (एसबीसी) पर खास मेहरबानी दिखाते हुए उनके लिए तिजोरी खोल दी। इन वर्गों के लिए सरकार ने 736.50 करोड़ रुपये के प्रस्ताव मंजूर किए हैं। मंत्रिमंडल के निर्णय के अनुसार, अण्णासाहब पाटील आर्थिक विकास महामंडल की तर्ज पर सरकार 'महाराष्ट्र अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त व विकास महामंडल' के माध्यम से युवाओं को 10 लाख रुपये तक के व्यक्तिगत कर्ज, जबकि 10 से 50 लाख रुपये तक के सामूहिक कर्ज मुहैया कराएगी। इन दोनों योजनाओं के लिए 50-50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इस योजनाओं
हाई कोर्ट ने दिया हड़ताल खत्म करने का निर्देश, फिर भी नहीं मान रहे BEST कर्मचारी

हाई कोर्ट ने दिया हड़ताल खत्म करने का निर्देश, फिर भी नहीं मान रहे BEST कर्मचारी

मुंबई, बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिसिटी सप्लाइ ऐंड ट्रांसपॉर्ट (BEST) के बस कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार रात तक वापस लेने का बॉम्बे हाई कोर्ट का जुबानी निर्देश मानने से बेस्टकर्मियों ने इनकार कर दिया है। यह हड़ताल बुधवार को नौवें दिन में पहुंच गई है। वडाला में मंगलवार रात हुई बेस्टकर्मियों की सभा में सभी मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का संकल्प किया गया। बेस्ट कामगार संयुक्त कृति समिति ने हाई कोर्ट में दिए गए बेस्ट प्रशासन के प्रस्ताव की तीखी आलोचना की। समिति के अध्यक्ष शशांक राव ने आरोप लगाया कि इसके पीछे कर्मचारियों को कटौती करने और बेस्ट के निजीकरण का छिपा अजेंडा है। इससे पहले, बेस्ट कामगार कृति समिति से अदालत ने कहा कि बेस्ट प्रशासन ने फरवरी महीने से कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने की गारंटी दी है, बाकी मांगों पर भी वह बातचीत करने के लिए तैयार है। इसी आधार पर अदालत ने यूनियन को हड़ताल वापस ले
क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट फारूक देवाडीवाला मारा गया है?

क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट फारूक देवाडीवाला मारा गया है?

मुंबई, क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट फारूक देवाडीवाला मारा गया है? मीडिया में आ रही इस खबर पर मुंबई पुलिस सूत्रों का कहना है कि वह जिंदा है। एक अधिकारी ने बताया, ‘उसके मारे जाने को लेकर सारा भ्रम इसलिए हो रहा है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों से देवाडीवाला का अपने परिवार को कोई फोन नहीं आया है।’ देवाडीवाला मुंबई के मुसाफिरखाना का रहने वाला है। देवाडीवाला को उसके साथी सैम के साथ, अप्रैल, 2018 में गिरफ्तार किया गया था। उसे संयुक्त अरब अमीरात पुलिस ने जुलाई, 2018 में पाकिस्तान को इस वजह से सौंप दिया था, क्योंकि उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट मिला था। सैम को आईएसआई इसलिए पाकिस्तान ले जाने में सफल नहीं हो पाई थी, क्योंकि उसके पास भारतीय पासपोर्ट था। फारूक देवाडीवाला की ‘मौत' की खबर सबसे पहले सितंबर में उड़ी थी। एक अधिकारी का कहना है कि जिस सरगना को आईएसआई ने बेहद मशक्कत के बाद पाकिस
लिव इन पार्टनर ने किया मर्डर, 150 रुपये के लिए पिता को मारा

लिव इन पार्टनर ने किया मर्डर, 150 रुपये के लिए पिता को मारा

दिल्ली: महंगाई के इस दौर में भला डेढ़ सौ रुपये का मोल कितना है? लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली का एक परिवार डेढ़ सौ रुपये ने उजाड़ दिया. डेढ़ सौ रुपये के झगड़े में घर के मुखिया यानी पिता का क़त्ल हो गया, वहीं छोटा और नाबालिग बेटा इसी डेढ़ सौ रुपये के झगड़े में पिता की जान लेने के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया. फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच ज़रूर कर रही है, लेकिन शुरुआती तफ्तीश में यही बात उभर कर सामने आई है. पुलिस की मानें तो पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाक़े में रहने वाले हजारी मुखिया के परिवार में झगड़े की शुरुआत डेढ़ सौ रुपये को लेकर हुई. नाबालिग बेटे ने अपने ही पिता पर रुपये चुराने का इल्ज़ाम लगाया और बात इतनी बढ़ी कि पिता ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी यानी इल्ज़ाम लगा रहे बेटे की मां के लिए कुछ अपशब्द कह दिए और बस, इसी बात पर बेटे को इतना गुस्सा आया कि उसने घर में रखा चाकू