
सरकार को साई ने दिया ५०० करोड़ का प्रसाद!
मुंबई : `सबका मालिक एक’ का संदेश देनेवाले फकीर साईनाथ ने जीवन भर एक झोली लेकर भिक्षाटन किया। उन्हें जो कुछ मिलता उस भोजन में से कुछ खाकर शेष वे गरीबों को और पशु-पक्षियों को खिला देते थे। मानवतावादी संदेश देते हुए वे सभी से अपने-अपने धर्मानुसार आचरण-व्यवहार करने पर जोर देते थे। ऐसा माना जाता है कि उन पर जो कोई विश्वास दिखाता या उनके प्रति समर्पण कर देता, उसके दुख वे दूर करते थे। धीरे-धीरे साईभक्तों की भीड़ इतनी बढ़ने लगी और लोग इतना अनाज और फल आदि लाने लगे कि साईबाबा ने भंडारा शुरू कर दिया और लोगों को प्रसाद स्वरूप उपलब्ध भोजन खिलाने लगे। आज साईबाबा सशरीर नहीं हैं लेकिन भक्त आज भी मानते हैं कि साईनाथ के हजारों हाथ हैं और वे सबकी सुनते हैं। अबकी बार साईनाथ ने महाराष्ट्र सरकार की सुन ली है। शिर्डी के साईबाबा संस्थान ने महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार को बिना ब्याज और बिना किसी शर्त के ५०० क