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महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में मिनी बस नदी में गिरी, 13 यात्रियों की मौत

महाराष्ट्र में मिनी बस नदी में गिरी, 13 यात्रियों की मौत

मुंबई,महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक मिनी बस के पंचगंगा नदी में गिरने से कम-से-कम 13 लोगों की मौत हो गई। बस में 17 लोग सवार थे। कोल्हापुर पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि यह दुर्घटना बीती रात करीब 11.45 पर शिवाजी ब्रिज पर हुई। उस वक्त तीन परिवारों के सदस्य मिनी बस से तटीय कोंकण के पिकनिक स्थल गणपतिपुले से लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि मृतकों में तीन पुरुष, तीन महिलाएं और सात बच्चे शामिल हैं। एक यात्री का अभी पता नहीं चला है। अधिकारी ने बताया कि मिनी बस का चालक तेज गति से गाड़ी चला रहा था। शिवाजी ब्रिज पर चालक नियंत्रण खो बैठा, जिसके बाद गाड़ी नदी में जा गिरी। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने पुलिस और अग्निशमन विभाग को इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि तीन यात्रियों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी यात्री पुणे के बालेवाडी से थे।
MRI मशीन में फंसकर युवक की दर्दनाक मौत, परिजनों के साथ विधायक ने दिया धरना

MRI मशीन में फंसकर युवक की दर्दनाक मौत, परिजनों के साथ विधायक ने दिया धरना

मुंबई मुंबई के एक अस्पताल की लापरवाही के चलते दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। शहर के नायर अस्पताल में भर्ती अपनी मां से मिलने आए 32 वर्षीय युवक की एमआरआई मशीन में फंसकर जान चली गई। इस घटना में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मृतक के परिजन बीजेपी विधायक एमपी लोढ़ा के साथ अस्पताल के डीन के केबिन में ही धरना दे रहे हैं।मामले में पुलिस ने डॉक्टर सिद्धांत शाह के साथ वॉर्ड बॉय विट्ठल चव्हाण और महिला वॉर्ड कर्मचारी सुनीता सर्वे के खिलाफ धारा 304 के तहत एफआईआर दर्ज की है। मृतक को ऑक्सिजन सिलिंडर देने वाले वॉर्ड बॉय को सस्पेंड भी कर दिया है। अस्पताल प्रशासन की ओर से घटना का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दिया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। खबर के मुताबिक शनिवार शाम अपनी मां से अस्पताल में मिलने गये राजेश मारू नाम के युवक स
डीएसके समूह से 50 करोड़ रुपये जमा करने को कोर्ट ने कहा

डीएसके समूह से 50 करोड़ रुपये जमा करने को कोर्ट ने कहा

मुंबई, मुंबई उच्च न्यायालय ने पुणे स्थित रियल इस्टेट डिवेलपर डीएसके ग्रुप से कहा है कि वह 5 फरवरी तक न्यायालय में 50 करोड़ रुपये जमा कर दे ताकि उन निवेशकों को यह रकम दी जा सके, जिन्हें डीएसके समूह ने नुकसान पहुंचाया है। इस आदेश के साथ ही समूह के मालिक दीपक कुलकर्णी और उनकी पत्नी हेमंती को 5 फरवरी को होने वाली अगली सुनवाई तक के लिए गिरफ्तार नहीं करने का अंतरिम संरक्षण मिल गया है। न्यायाधीश साधना जाधव ने यह भी कहा कि समूह को 2 फरवरी तक उन सभी संपत्तियों की सूची देनी है, जिन्हें अपने निवेशकों का भुगतान रने के लिए गिरवी रखा जा सकता है। यह 50 करोड़ रुपये की रकम न्यायालय के रजिस्ट्रॉर के पास जमा करनी है। यह रकम उसे पिछले सप्ताह ही जमा करनी थी, लेकिन डिवेलपर ने न्यायालय में गुरुवार को कहा कि उसके पास यह रकम है लेकिन इसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मंजूरी मिलनी बाकी है, जिसमें तीन दिन लगेंगे।
विपक्ष ने राज्यपाल से की ‘जासूसी’ की शिकायत

विपक्ष ने राज्यपाल से की ‘जासूसी’ की शिकायत

मुंबई सरकार द्वारा विपक्ष के नेताओं की जासूसी कराए जाने की शिकायत विपक्ष ने राज्यपाल सी.विद्यासागर राव से की है। विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील ने राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार की शिकायत की है और आरोप लगाया है कि सरकार विपक्ष के नेताओं की जासूसी करा रही है।राज्यपाल से की गई शिकायत में विखे पाटील ने कहा है कि विधानसभा में नेता विपक्ष के सरकारी आवास में पुलिस के दो जासूस बिना इजाजत घुस आते हैं, यह बेहद गंभीर और लोकतंत्र को कलंकित करने वाला मामला है। उन्होंने राज्यपाल से इस पूरे मामले की जांच कराने और राज्य के गृह विभाग के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस घटना के बाद यह सवाल पैदा होता है कि क्या सरकार का संविधान और लोकतंत्र में कोई विश्वास बचा है, क्योंकि नेता विपक्ष एक संवैधानिक पद है। गत गुरुवार को विखे पाटील ने अपने घर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी
विपक्ष की ‘संविधान बचाओ’ रैली को फडणवीस ने बताया ‘ड्रामा’, रैली कर साधा निशाना

विपक्ष की ‘संविधान बचाओ’ रैली को फडणवीस ने बताया ‘ड्रामा’, रैली कर साधा निशाना

मुंबई गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान बचाओ के नारे के साथ निकाली गई विपक्ष की रैली का जवाब भारतीय जनता पार्टी ने भी 'तिरंगा यात्रा' निकालकर दिया। पार्टी ने इसे 'संविधान सम्मान' रैली का नाम देकर विपक्ष को जवाब देने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टियां संविधान की आड़ में अपनी नाकामयाबियां छिपाने के लिए ड्रामा कर रही हैं।चैत्यभूमि से शुरू होकर यह रैली सेंट्रल मुंबई के कामगर स्टेडियम तक गई। इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संविधान बचाओ रैली में शामिल होने वालों को दोगला बताया। फडनवीस ने कहा, 'उन लोगों को उस संविधान में केवल कमियां दिखाई देते हैं जो हमारे देश की आत्मा है और हमारे लोकतंत्र के अस्तितिव का मूल है।' उन्होंने आरोप लगाया कि जब वे बाबा साहब आंबेडकर द्वारा ड्राफ्ट किए गए संवि
तोड़-फोड़ के लिए केंद्र-राज्य सरकारें जिम्मेदार-सुप्रिया सुले

तोड़-फोड़ के लिए केंद्र-राज्य सरकारें जिम्मेदार-सुप्रिया सुले

ठाणे: एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने फिल्म 'पद्मावत' को लेकर फैले विवाद और तोड़-फोड़ की घटनाओं के लिए सीधे केंद्र सरकार और राज्य की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। सुले का आरोप है कि देश के विभिन्न शहरों में जिस प्रकार फिल्म का विरोध और तोड़-फोड़, आगजनी जैसी घटनाएं हो रही हैं, यह सरकार की विफलता है। दिल्ली में फिल्म का विरोध करने वालों द्वारा स्कूल बस को निशाना बनाए जाने की घटना को सुले ने शर्मनाक बताया।
कुछ ऐसे भुवनेश्वर कुमार ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को किया बुरी तरह शर्मसार!

कुछ ऐसे भुवनेश्वर कुमार ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को किया बुरी तरह शर्मसार!

नई दिल्ली: विराट कोहली एंड कंपनी के लिए दक्षिण अफ्रीका धरती पर मेजबान टीम के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज को अगर भारत की इस देश में अभी तक की सबसे शर्मनाक सीरीज करार दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा. श्रीलंका टीम को वनडे में धोने और दिग्गज बल्लेबाजों के साथ बड़ी उम्मीदों के साथ यह टीम दक्षिण अफ्रीका पहुंची थी, लेकिन इन 'घरेलू शेर बल्लेबाज' को बहुत ही बुरी तरह शर्मसार कर दिया है उन्हीं की टीम के साथ गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने! जोहांसबर्ग टेस्ट मैच की अभी एक पारी बाकी है, लेकिन पिछली पांच पारियों में सभी बल्लेबाज बुरी तरह ढेर साबित हुए हैं. अगर भारतीय कप्तान विराट कोहली को कुछ हद तक अपवाद मान लिया जाए, तो सभी दिग्गज टांय-टांय फिस्स हो गए, फिर चाहे भारत की अगली दीवार कहे जा रहे चेतेश्वर पुजारा हों या फिर श्रीलंका के खिलाफ महारिकॉर्डधारी रोहित शर्मा. और अब भुवनेश्वर कुमार को इन्हें ताउम्र चि
शिवसेना ने बताया, क्यों छोड़ा बीजेपी का साथ

शिवसेना ने बताया, क्यों छोड़ा बीजेपी का साथ

मुंबई शिवसेना ने महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के पीछे बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। शिवसेना का कहना है कि बीजेपी सहयोगी दलों को महत्व नहीं दे रही है। अब पार्टी ने अपनी भविष्य की रणनीति तय कर ली है।आपको बता दें कि मंगलवार को शिवसेना ने यह ऐलान किया था कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी। शिवसेना ने छत्रपति शिवाजी का उदाहरण देते हुए कहा कि मराठा राजा उस वक्त स्वराज के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़े जब लोग उनसे सवाल कर रहे थे कि मुगल शासकों के खिलाफ लड़ने के लिए संसाधन कहां से जुटाएंगे? बीजेपी सहयोगी दलों को कर रही है दरकिनार शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह आगामी आम चुनावों में 380 से ज्यादा सीटें जीतने के लक्ष्य को लेकर सहयोगी दलों को दरकिनार कर रही है। पार्टी ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा है, 'शिवसेना का लक्ष्य सामाजिक उत्थान है, वह राजनीतिक जीत-हार
अस्पतालों ने नहीं दी जगह, रेबीज से 7 साल के मासूम की मौत

अस्पतालों ने नहीं दी जगह, रेबीज से 7 साल के मासूम की मौत

मुंबई शहर के ट्रैफिक कॉन्स्टेबल संदीप सर्वे ने रेबीज की वजह से अपने सात साल के बेटे को खो दिया। 26 दिसंबर को एक आवारा कुत्ते के काटने के बाद संदीप ने बेटे को सारे वैक्सीन भी लगवाए थे, लेकिन इसके बावजूद शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। सर्वे के लिए अस्पताल में बेटे को भर्ती कराने की कोशिशें नाकाम होना बुरे सपने जैसा साबित हुआ। गुरुवार रात 8:30 बजे से सात घंटे तक चार अस्पतालों में भटकने के बाद उन्हें इकलौते बेटे अर्नव के लिए बेड नहीं मिला।थक-हारकर संदीप ने मेन पुलिस कंट्रोल रूम फोन किया और डीसीपी रश्मि कारांडिकर की मदद से उन्हें बेटे के लिए शुक्रवार करीब 3:30 बजे अगरपाड़ा के नायर अस्पताल में जगह मिली। वहां आधे घंटे बाद ही बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे सर्वे ने कहा, 'पहली बार मुझे एहसास हुआ कि आम आदमी के लिए जिंदगी कितनी मुश्किल है। मे
लॉटरी में क‍िस्‍मत आजमाना चाहती है महाराष्‍ट्र सरकार

लॉटरी में क‍िस्‍मत आजमाना चाहती है महाराष्‍ट्र सरकार

राजकुमार सिंह, मुंबई वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद से राज्य की तिजोरी पर बुरा असर पड़ा है। चालू वित्तीय वर्ष में सरकार ने कमाई का जो लक्ष्य निर्धारित किया था, वह पूरा होता नहीं दिख रहा है। ऐसे में सरकार छोटे-छोटे मदों से आय बढ़ाने पर जोर दे रही है, ताकि कमाई में आई कमी की भरपाई कर सके। लॉटरी भी उसी में से एक है।महाराष्ट्र को लॉटरी से महज 132 करोड़ रुपये की आय होती है। इसमें भी करीब 125 करोड़ रुपये की आय अन्य राज्यों की लॉटरी से होती है। मतलब, महाराष्ट्र सरकार को अपने राज्य की लॉटरी से सालाना महज 7 करोड़ रुपये की ही कमाई होती है। सरकार इसे बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रही है। लॉटरी होगी ऑनलाइन देश के कई राज्यों से निकलने वाली लॉटरी ऑनलाइन हो गई है, किंतु महाराष्ट्र में अभी भी पेपर वाली लॉटरी चलाई जाती है। अब राज्य सरकार ने तय किया है कि वह भी लॉटरी का कारोबार ऑनलाइन करेगी।