
कभी CM से सीधी बात करती थीं ठाकरे की ये बहू, अब टैक्सी ड्राइवर ने पिटाई
मुंबई. हाल ही में एक टैक्सी ड्राइवर ने इनसे मारपीट के बाद चर्चा में आईं स्मिता ठाकरे बालासाहेब की पुत्रबधु हैं। कभी पासपोर्ट ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट रहीं स्मिता ने बालासाहेब के बेटे जयदेव से शादी की थी। उस दौर में बालासाहेब का प्रभाव चरम पर था। हालांकि अब वे पति से अलग हैं, लेकिन फिर भी वे स्मिता ठाकरे ही लिखती हैं। बालासाहेब की पत्नी के निधन के बाद ‘मातोश्री’ को स्मिता ने ही संभाला। उनका नाम स्मिता चित्रे है लेकिन उन्हें इस नाम से कम लोग ही जानते हैं। बिना अनुमती के बाला साहेब कोई नहीं मिल सकता था...
स्मिता का प्रभाव इतना जबर्दस्त था कि नामी-गिरामी उद्योगपतियों से लेकर छोटे से शिवसैनिक तक को स्मिता की अनुमति से बालासाहेब से मिलने दिया जाता था।
- संयोग से 1995 से 1999 तक शिवसेना-भाजपा का महाराष्ट्र पर शासन था। स्मिता के पास इतने अधिकार थे कि वह सीधे सीएम से किसी भी सिलसिले में बात करती