नोटबंदी के बाद प्राइवेट बैंकों की चांदी, बढ़ा कैश लेनदेन
नई दिल्ली
सरकार द्वारा कालेधन पर शिकंजा कसने के दावे के साथ लागू की गई नोटबंदी से प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर की चांदी हो गई है। प्राइवेट बैंकों में जमा होने वाले धन में भारी बढ़ोतरी हुई है। इससे कर्ज देने के लिए बैंकों ने ज्यादा मानव संसाधन की व्यवस्था भी की है HDFC बैंक लिमिटेडः यूरोमनी के सर्वे के मुताबिक HDFC को बड़े क्लाइंट्स प्राथमिकता देते हैं। प्राइवेट बैंकिंग के ग्रुप हेड राकेश सिंह ने बताया कि बैंक 150 रिलेशनशिप मैनेजर्स को जोड़ने की योजना बना रहा है। अभी बैंक के पास 250 रिलेशनशिप मैनेजर हैं। बैंकिंग यूनिट में सन 2000 की शुरुआत से ही भर्ती प्रक्रिया बढ़ी है। पिछले साल इसमें तेजी से उछाल आया जब ज्यादा आय वाले लोगों ने सोने और प्रॉपर्टी से इतर कैश में निवेश करना शुरू किया। प्रॉपर्टी और सोना खरीदने के लिए कैश इसलिए दिया जाता था ताकि टैक्स न चुकाना पड़े लेकिन नोटबंदी के दौरान इसपर शिकं