एक दिन श्वेता ने अपने पति की फोन पर बातचीत सुनी तो उन्हें पता चला कि अजय ने किसी का रेप कर दिया है। अजय कोलाबा के एक बार में एक महिला से मिला था और वहां दोनों ने शराब पी। बाद में अजय महिला को घर छोड़ने उसके साथ गया और बीमार होने का बहाना कर वहीं रुक गया। रात को उसने महिला का रेप कर दिया। अगले दिन महिला ने अजय को फोन किया तो अजय ने उसे उसे डरा-धमकाकर चुप कर दिया।
अजय को यह नहीं पता था कि श्वेता फोन पर सारी बात सुन रही थीं। वह अजय के फोनकॉल्स, मेसेज, फोटो और विडियो भी देख सकती थीं। उन्होंने महिला को फोन कर बताया कि अजय के खिलाफ सबूत उनके पास हैं और वह मदद करना चाहती हैं। हालांकि, पीड़ित महिला को लगा कि दंपति उन्हें ब्लैकमेल करना चाहता है और उन्होंने पुलि में दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।
जांच के बाद डीसीपी नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि जांच से साफ होता है कि अजय के अपराध में श्वेता का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने अपने पति के खिलाफ सबूत पुलिस को दे दिया है और खुद मामले में गवाह बन गई हैं।
