फर्श बाजार
फर्श बाजार पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो चोरी, स्नैचिंग और लूटे गए मोबाइल फोन को बेचते थे। वे आईएमईआई चेंजर डिवाइस की मदद से मोबाइल के पुराने आईएमईआई नंबर को खत्म कर उसकी जगह नया नंबर देते थे। गैंग में शामिल युवकों की पहचान यूनुस (23) और प्रमोद (28) के रूप में हुई। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर 150 मोबाइल फोन बरामद किए। डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि फर्श बाजार पुलिस बाबूराम स्कूल के पास बैरिकेड लगाकर जांच कर रही थी। जांच के दौरान उन्होंने यूनुस को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर पुलिस को यूनुस के पास से एक मोबाइल फोन मिला। यह मोबाइल उसने विवेक विहार इलाके से चोरी किया था। पूछताछ में उसने बताया किया कि वह शॉप पर इस मोबाइल का आईएमईआई नंबर चेंज कराने के लिए जा रहा था। पुलिस ने इस गैंग में शामिल बाकी लोगों की धरपकड़ के लिए एसीपी भारत रेड्डी की देखरेख में फर्श बाजार थाने के एसएचओ सुनील शर्मा, एसआई अरुण अहलावत और एएसआई वेद प्रकाश सहित दूसरे पुलिस वालों की टीम बनाई।
पुलिस टीम ने यूनुस से मिली जानकारी के आधार पर उसके दूसरे साथी प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने प्रमोद के पास से 150 मोबाइल फोन बरामद किए। पूछताछ में पता चला कि इन सभी मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबर चेंज किए जाने थे। इसके बाद इन्हें नए मोबाइल की तरह बेचा जाना था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रमोद ने लूटे गए और चोरी किए गए मोबाइल फोन का आईएमईआई नंबर चेंज करने के लिए गफ्फार मार्केट से आईएमईआई चेंजर डिवाइस खरीदी हुई थी। इस डिवाइस की मदद से वे पहले मोबाइल फोन का पुराना आईएमईआई नंबर डिलीट कर देते थे। इसके बाद मोबाइल का नया नंबर बना देता था। पुलिस ने उसके पास से 6 डिवाइस और एक सीपीयू बरामद किया।