जहां से लेती थी नशे का सामान वहीं से नशामुक्ति की पहल
मुंबई : जीवन की कठिन परिस्थितियों को भुला देने या फिर शौक पूरा करने के लिए बहुत से लोग नशे का सहारा लेते हैं। नशे की इस आदत को पूरा करने के लिए वे कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। ऐसी ही एक नशेड़ी महिला रीना चावला (बदला हुआ नाम) सिरिंज से ड्रग्स का डोज लेने के लिए एक ऐसे रास्ते जा पहुंची, जहां न सिर्फ उसने अपनी २०-२५ सालों की इस गंदी आदत को छोड़ा बल्कि लूटपाट और चोरी की आदत छोड़कर एक आदर्श जीवन अपना लिया।
बता दें कि ‘संकल्प’ नामक एनजीओ लोगों को नशामुक्ति की राह अपनाने में मदद करता है। सिरिंज से ड्रग्स का डोज लेनेवाले लोग अक्सर एक ही सिरिंज से ड्रग लेते हैं, जिससे लोग एचआईवी या हेपटाइटिस द्वारा संक्रमित हो जाते हैं। लोगों को एचआईवी से बचाने के लिए ‘संकल्प’ द्वारा पहले उन्हें अलग-अलग सिरिंज बांटे जाते हैं। फिर उनसे संपर्क बढ़ाकर नशे के ड्रग्स लेने की जगह चिकित्सा के दृष्टिकोण से मान्य (ओएसटी)









