अप्रैल 2016 से पहले होम लोन लिया था तो जल्द मिल सकती है खुशखबरी
मुंबई
अप्रैल 2016 से पहले वैसे होम लोन लेनेवालों के लिए राहत की खबर है जिन पर लागू ब्याज दरों को बैंकों ने बाजार दरों के मुताबिक तर्कसंगत नहीं बनाया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बैंकों को होम लोन पर पुरानी ब्याज दरों को बाजार से जुड़े मौजूदा पैमाने के अनुकूल लाने का निर्देश दिया है। शिकायतें मिलीं तो RBI ने दिया निर्देश
अप्रैल 2016 से पहले होम लोन्स बेस रेट से जुड़े होते थे जिसका एकतरफा निर्धारण बैंक किया करते थे। जब शिकायतें आने लगीं कि बेस रेट में ब्याज दरें घटने का फायदा नहीं दिखता तो आरबीआई ने फॉर्म्युले पर आधारित मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) लागू किया जो फंड्स की लागत से जुड़ा है। अप्रैल 2016 के बाद से लोन लेनेवालों को एमसीएलआर का फायदा मिल रहा है, लेकिन इसके पहले लोन लेनेवाले बेस रेट के आधार पर ही पेमेंट कर रहे हैं।
MCLR का यह फायदा
बेस रेट खत्म करने के बाद 21